M otivation story in hindi|chicken soup for the soul. m otivational quotes in hindi . दो पल का ही चैन है, दो पल की ही कहनी है । जो इस दो पल में कुछ बडा कर जाए, उसके तो मरने के बाद भी जिन्दगानी है। अपने आलश को झक्झोर कर, अपने लक्ष्य की ओर भागो तुम, इससे पहले की मौत आये तुम तक, कुछ बड़ा कर के दिखला दो तुम । By दीपक शर्मा। इन्हें भी पढ़े। inspirational story in hindi. atttude की ताक़त। सोच और मेहनत की ताक़त। M otivation story in hindi दोस्तों, आज की जो motivational story है ये एक ऐसे व्यक्ति कि है जो अपने जीवन में हार मानना सीखा ही नहीं,अपने हर चुनोतियो का सामना करते - करते success को पाना सीखा। इनके भी जीवन में ऐसे लोग ऐसा वख्त आया जो एक भी पल ये बताने में व्यर्थ नहीं किआ की तुम अ...
motivational story in hindi | motivational story in hindi for success
motivational shayari
किया खूब कहा हे किसी ने
जो आप के पास हे वही सबसे खाश हैं।क्यों की,जो आप के पास हे वो किसी का ख्वाब हैं।
short motivational story 99 का खेल।
नमश्कार मेरा नाम हे दीपक, एक बार की बात हे एक राज्य में एक बोहोत ही बड़े बोहोत ही प्रतिस्थित राजा हुआ करते थे। उनकी अपार संपत्ति थी,हाथी ,घोडा ,दौलत -सोहरत सब कुछ थी लेकिन फिर भी वो राजा खुश नहीं थे उनको कोई न कोई चिंता लगी रहती वो खुश नहीं रह पते थे।
तो एक दिन वो अपने बगीचे में टहल रहे थे टहलते-टहलते उन्होंने अपने एक नौकर को देखा उन्होंने देखा की ये जो बंदा हे ये पूरा अपने मगन में हे झूम-झूम कर गाना गा कर आराम से अपना काम कर रहा हे झाड़ू लगा कर पत्तो को बटोरे जा रहे हे ऐसा लग रहा हे जैसे इसको इस दुनिया से कोई लेना देना ही न हो। एक दम बिंदास।
ये सब देख कर राजा के मन में सवाल आया की ये इतना खुश कैसे और क्यों हैं ? इसके पास तो कुछ नहीं हे ये तो मेरे ही यहाँ काम करता हे मेरे ही दिए वस्त्र पेहनेता हे और मेरे ही देने से खता पिता हे इसका घर परिवार चलता हैं। फिर ये इतना खुश कैसे हे और एक में हूँ जिसके पास अपार धन-दौलत हे फिर भी मन को सन्ति नहीं हैं।
राजा ये सब देख कर चलके गए। फिर दूसरे दिन राजा अपने मंत्री को कहा जाओ उस नौकर को बुला कर लाओ मंत्री जरा का हुक्म मानते हुवे तुरंत उस नौकर के पास पहुँच और पहुँच कर कहा राजा ने तुमको दरवार में बुलाया हैं। इतना सुनते ही नौकर के होश उड़ गये तो वो मंत्री से पूछने लगा राजा ने मुझे क्यों बुलाया मंत्री ने कहा ज्यादा सवाल जवाब नहीं तुरंत चलो। (motivational story in hindi)
अब ये नौकर मन ही मन सोचता गया की कही मैने कोई अपराध तो नहीं कर दिए,कहीं मुझसे कोई गलती तो नहीं हो गई ?
सोचते-सोचते दरवार में पोहचा हो देखा की पूरा दरवार लगा हुआ हे सभी लोग मौजूद हैं। राजा इसे देखते ही बुलाए ये घबड़ाता हुआ राजा के पाश पोहचा।
राजा ने बताया उसदिन तुमको देखा था तुम एक दम खुश थे झूमते गाते अपना काम कर रहे थे। तुम ये बताओ तुम्हारे ख़ुशी का राज किआ हे तुम इतने खुश कैसे रहते हो ?
नौकर ने बताया राजा जी में तो आप के कृपा से पलने वाला व्यक्ति हु आप ही के देन से घर परिवार चलता हे लेकिन में क्यों खुश रहता हु ये मुझे भी पता नहीं हे। मन में एक ख़ुशी खुद ही लगी रहती हे। राजा उसकी बात सुन कर उसे जाने को कहा।
एक-दो दिन बिता राजा को अब भी समझ नहीं आ रहा था वो इतना खूश कैसे रहता हैं।
राजा ने अपनबे बिद्वान को बुलाया और उससे कहा आप मुझे ये बताइये वो नौकर इतना खुश कैसे रहता हे उसके पास तो कुछ भी नहीं हैं। और एक मै हूँ जिसके पास सब होते हुवे भी में खुश नहीं हूँ। आप मुझे इसका करन बताइए।
बिद्वान ने कहा राजा साहब सारा खेल 99 का हे। राजा जी को समझ नहीं आया राजा ने ठीक से समझाने को कहा। तो बिद्वान ने कहा राजा आप उस व्यक्ति के घर 99 सिक्के एक थैली में कर के चुपके से उसके घर के बहार रखवा दीजिये आप को सब समझ आजायेगा। motivational story in hindi
राजा ने भी बिल्कुल ऐसा ही किया चुपके से रात को उसके घर के बहार एक थैले में 99 सिक्के रखवा दिए।
अब वो नौकर सुबह उठा बाहर निकला तो देखा एक थैला घर के बहार पड़ा हुआ हे उसने उस थैले को उठा कर घर के अंदर ले गया और जब खोल कर देखा तो चौक गया उसमे सोने के सिक्के भरे हुवे थे। उसने धीरे-धीरे उसे गिनना सुरु किया उसने पाया की उसमे 99 सिक्के हैं। उसने सोचा नहीं इसमें जरूर 100 सिक्के होंगे सायद मुझसे गिनने में कोई गलती हुई होगी। उसने फिर एक बार गिनती की इस बार भी 99 सिक्के ही निकले उसने सोचा हो न हो इसमें जरूर 100 रहे होंगे वो बहार गया ये देखने की 1 सिक्का कही बहार तो नहीं गिरा। लेनिक उसे वो 1 सिक्का नहीं मिली अब वो परेशान हो गया आखिर ये 1 सिक्का गया तो गया कहाँ।अब ये इस बात को लेके परेशान रहने लगा उस 1 सिक्के के खोज में लग गया।
राजा ये सब पर अपनी नज़र बनाये हुए थे।नौकर काम पर भी आता तो उसका ध्यान काम में नहीं रहता वो परेशान रहता ।
राजा ने एक बार फिर बिद्वान को महल में बुलाकर पूछा ये सब किआ हो रहा हे।जो पहले इतना खुश रहता था वो अब परेशान दीखता हे। बिद्वान ने कहा यही तो आप समझ नहीं रहे हे। आब ये नौकर भी वही कर रहा हे जो आप कर रहे हे और परेशान हे। अब ये नौकर भी 99 होते हुवे 1 सिक्के के तलाश में खुद को परेशान किये हुए हे।और आप भी इसी के तरह इतना राज-पाट होते हुए भी और की चाहत में परेशान है। आप और की चाहत छोड़ दीजिये आप की ख़ुशी लोट आएगी।
conclusion
दोस्तों ये छोटी सी कहानी हमे जिंदगी में बोहोत बड़ी बात सिखाती हे। जो पाश वही सबसे खाश हे अगर आप उस खाश से बढ़ कुछ चाहोगे तो समस्या तो आएगी अब ये आप को देखना हे की आप उस समस्या से कैसे लड़ते हो।
ये कहानी आप को कैसी लगी आप हमे comment कर के बताइये।
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